Eye Care: क्या आप भी सोच रहे है कॉन्टैक्ट लेंस पहनने की ?तो जान ले पहले इस्तेमाल का सही तरीका
कॉन्टैक्ट लेंस: बिलकुल, आजकल कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल बहुत आम हो गया है, लेकिन बहुत से लोग नहीं जानते कि इसे सही तरीके से कैसे उपयोग करें। आइए, जानते हैं कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करने का सही तरीका
contact lenses : हाल ही में जैस्मीन भसीन की वायरल तस्वीर और उनके कॉन्टैक्ट लेंस से जुड़ी समस्याओं ने एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है कॉन्टैक्ट लेंस की सही देखभाल की आवश्यकता। कई लोग खराब दृष्टि या अपनी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यदि इनका ध्यान सही से न रखा जाए तो ये आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग करना एक आम बात है, लेकिन इसके साथ जुड़ी देखभाल की जिम्मेदारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। जैस्मीन भसीन की हालिया स्थिति ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि सही देखभाल के बिना, कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग आंखों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है। इसलिए, अपने लेंस को सही तरीके से देखभाल करना न केवल आपकी आंखों को सुरक्षित रखने में मदद करता है बल्कि आपको लंबे समय तक सही दृष्टि भी प्रदान करता है।
कॉन्टैक्ट लेंस की देखभाल के तरीके
- हाथों की सफाई: हमेशा अपने हाथों को अच्छे से धोएं और सूखे कपड़े से पोंछें जब भी आप लेंस को छूएं। इससे आप लेंस में गंदगी या बैक्टीरिया को ट्रांसफर करने से बच सकते हैं।
- लेंस सॉल्यूशन का उपयोग: लेंस को साफ करने और स्टोर करने के लिए हमेशा सही प्रकार के लेंस सॉल्यूशन का इस्तेमाल करें। पानी या अन्य तरल पदार्थों का उपयोग न करें, क्योंकि ये लेंस को खराब कर सकते हैं और संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
- लेंस केस की सफाई: अपने लेंस केस को नियमित रूप से धोएं और इसे पूरी तरह से सूखने के बाद ही नए सॉल्यूशन से भरें। पुराने सॉल्यूशन को कभी भी रीफिल न करें।
- लेंस को बदलना: अपने लेंस को निर्धारित समय पर बदलें। यदि आप एक-दिन के लेंस का उपयोग करते हैं, तो उनका एक ही दिन उपयोग करें और अगले दिन नए लेंस का उपयोग करें।
- आंखों की देखभाल: अपनी आंखों को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं। यदि आपको किसी भी प्रकार की असुविधा या जलन महसूस हो, तो तुरंत अपने आंखों के डॉक्टर से संपर्क करें।
- स्नान और स्विमिंग: कॉन्टैक्ट लेंस पहनते समय स्विमिंग या स्टीम स्नान से बचें। पानी में बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक तत्व लेंस पर चिपक सकते हैं, जिससे आंखों में संक्रमण हो सकता है।
- लेंस के उपयोग के नियम: लेंस को कभी भी सोने के दौरान न पहनें, खासकर यदि वे डिस्पोजेबल लेंस हैं। यह आंखों में ऑक्सीजन की आपूर्ति को रोक सकता है और आंखों में संक्रमण का कारण बन सकता है।
- सही आकार का लेंस: सुनिश्चित करें कि आपके लेंस आपकी आंखों के आकार के अनुसार हैं। गलत आकार का लेंस आंखों में असुविधा और संक्रमण का कारण बन सकता है।
कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से होने वाले सबसे आम जोखिमों में से एक है आंखों में संक्रमण, जो सही देखभाल और साफ-सफाई की कमी से उत्पन्न हो सकता है। अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल्स की डॉ. अल्पा अतुल पूरबिया, एम.एस., FLVPEI, D.O, MBBS, जो रिफ्रेक्टिव (LASIK), मोतियाबिंद और कॉर्निया सर्जन हैं, ने इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उनके अनुसार, अगर कॉन्टैक्ट लेंस को सही तरीके से साफ नहीं किया जाता है, तो लेंस पर बैक्टीरिया और फंगस आसानी से पनप सकते हैं, जिससे आंखों में गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
संक्रमण के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं: लालिमा: आंखें लाल और सूजी हो सकती हैं, आंखों में दर्द और जलन महसूस हो सकती है,आंखों से गाढ़ा या पीला डिस्चार्ज हो सकता है,दृष्टि में धुंधलापन या कमी आ सकती है।
कॉन्टैक्ट लेंस के संक्रमण के जोखिम
1. बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण: कॉन्टैक्ट लेंस पर बैक्टीरिया और फंगस की वृद्धि से आंखों में संक्रमण हो सकता है। ये सूक्ष्मजीव लेंस की सतह पर जमा हो सकते हैं, जिससे आंखों में सूजन और असुविधा उत्पन्न होती है।
2. कॉर्निया को नुकसान: कोर्निया, जो आंख का साफ़ और सामने वाला हिस्सा है, संक्रमण से गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है। इससे आपकी दृष्टि प्रभावित हो सकती है और गंभीर मामलों में स्थायी दृष्टि हानि भी हो सकती है।
कॉन्टैक्ट लेंस संक्रमण से बचाव के उपाय
**1. लेंस की नियमित सफाई: कॉन्टैक्ट लेंस को नियमित रूप से सही लेंस सॉल्यूशन से धोएं और साफ करें। सुनिश्चित करें कि आप लेंस केस को भी साफ और सूखा रखें।
**2. हाथों की सफाई: लेंस लगाने और निकालने से पहले हमेशा अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं।
**3. लेंस केस का ध्यान: लेंस केस को नियमित रूप से धोएं और हर कुछ सप्ताह में नया केस बदलें। पुराना सॉल्यूशन कभी भी रीफिल न करें।
**4. लेंस के निर्देशों का पालन: अपने लेंस निर्माता या आंखों के डॉक्टर के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, विशेष रूप से लेंस पहनने की अवधि और बदलने के नियमों के बारे में।
**5. नियमित आंखों की जांच: अपने आंखों की नियमित जांच कराते रहें ताकि किसी भी समस्या का समय पर इलाज किया जा सके।
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